हनुमान जी को आया था गुस्सा तो श्रीकृष्ण को बचानी पड़ी थी कर्ण की जान
Aman Maheshwari
महाभारत के युद्ध में हनुमान जी अर्जुन के रथ पर बैठे हुए थे. वह कई बार कौरवों की सेना को घूर कर देखते थे तो उनके सभी योद्धा भागने लगते थे.
एक बार हनुमान जी के गुस्से का सामना कर्ण को करना पड़ा था. महाभारत युद्ध में जब हनुमान जी को गुस्सा आया था तो कर्ण मरते-मरते बचा था.
कर्ण को मरने से किसी और ने नहीं बल्कि श्रीकृष्ण ने ही बचाया था. क्या आप जानते हैं हनुमान जी को इतना गुस्सा क्यों आया था.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार युद्ध के दौरान कर्ण भयंकर वाणों की वर्षा कर रहा था. उस समय एक बाण श्रीकृष्ण को लग गया था.
बाण लगने से श्रीकृष्ण का कवच टूटकर नीचे गिर गया था. बाण श्रीकृष्ण को लग रहे थे. हनुमान जी रथ पर बैठे ये देख रहे थे.
तब उन्हें अपने आराध्य को बाण लगते देख गुस्सा आया वह रथ से नीचे आए और कर्ण को मार देने के लिए खड़े हो गए.
उनकी भयंकर गर्जना से मानो ब्रह्माण्ड फट गया हो. हनुमान जी को गुस्से में देख दोनों पक्षों की सेना भाग गई. हनुमान जी का क्रोध देख कर्ण का धनुष टूटकर गिर गया.
हनुमान जी को श्रीकृष्ण ने शांत कर कर्ण की जान बचाई थी. उन्होंने हनुमान जी को स्पर्श करके उन्हें शांत किया था.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.