हिंदू नववर्ष की शुरुआत में बांके बिहारी को क्यों लगता है नीम की पत्ती का भोग
Nitin Sharma
इस बार चैत्र के साथ ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत 9 अप्रैल को होगी.
9 अप्रैल को ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत हुई थी. इसी दिन पर्व उत्सव के पंचांग शुरू होते हैं.
हिंदू नववर्ष के दिन वृंदावन में बांकेबिहारी के पट जल्दी खोले जाते हैं. भगवान को उनके सेवायत गोस्वामी नवसंवत्सर पढ़कर सुनाएंगे.
सेवायत भगवान श्रीकृष्ण को पूरे साल की मानसून की स्थिति से लेकर त्योहारों के विषय में विस्तार से बताएंगे.
ज्योतिषीय गणना के अनुसार पूरे देश में आने वाली खुशी, समस्या और कष्टों का आकलन भी इसी दिन ज्योतिषीय गणना पर कर लिया जाता है. ठाकुर जी को ये सब सुनाया जाता है.
मान्यता है कि जो भी संवत्सर में बातें भगवान को सुनाई जाती हैं. वह लगभग सभी सच साबित होती हैं.
इसी के बाद भगवान को भोग में नीम की पत्तियां परोसी जाती है. इसकी वजह वसंत के बाद वृक्ष में नई पत्तियों का आना और संक्रमण से बचाव बताया गया है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)