Jul 13, 2024, 01:24 PM IST

Rudraksha असली या नकली कैसे करें पता? 

Abhay Sharma

पौराणिक कथाओं के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसूओं की बूंदों से हुई है और यह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय भी है. 

इसलिए खासतौर से सावन के महीने में  भगवान शिव से मिले आर्शीवाद के रूप में रुद्राक्ष को लोग गले में पहनते हैं और पूजा-पाठ में शामिल करते हैं. 

हालांकि बाजार में नकली रुद्राक्ष भी खूब बिकते हैं. ऐसे में रुद्राक्ष खरीदने से पहले असली और नकली की पहचान करना जान लें...

 बता दें कि असली रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालने पर वह रंग नहीं छोड़ता है और नकली रुद्राक्ष रंगहीन हो जाता है. 

इसके अलावा असली रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से छेद होता है जबकि नकली रुद्राक्ष में छेद बनाया जाता है, जिसे ध्यान से देखने पर आपको फर्क नजर आ जाएगा. 

​सद्गुरु के अनुसार असली रुद्राक्ष में अद्भुत शक्तियां होती है और यह पानी में घुले हल्के से जहर की मात्रा को पहचाने में भी कारगर होता है. 

ऐसे में इसकी पहचान करने के लिए इसे जहरीले पानी के ठीक ऊपर लटका कर कुछ देर के लिए रखें. अगर यदि रुद्राक्ष एंटी क्लॉक वाइज घूमने लगे तो यह असली है. 

इसके अलावा अगर रुद्राक्ष को किसी नुकीली चीज से कुरेदने पर उसमें से रेशा निकलता है, तो वह असली रुद्राक्ष होता है.

पानी में रुद्राक्ष को डुबोकर देखना. तांबे के सिक्कों के बीच रुद्राक्ष को रखने पर उसका घूमना आपको सटीक परिणाम नहीं देता है. ऐसे में आप  ठगे जा सकते हैं.