Apr 23, 2025, 03:04 PM IST

इन 6 नक्षत्रों में जन्मा है बच्चा तो जरूर कराएं पूजा वरना...

Nitin Sharma

हिंदू धर्म में ग्रह और नक्षत्रों का बड़ा महत्व होता है. इसका प्रभाव व्यक्ति से लेकर देश दुनिया भर पर पड़ता है. 

जन्म लेने के साथ ही ग्रह और नक्षत्र प्रभाव डालते हैं. ये आगे से लेकर पूर्व जीवन तक का संकेत देते हैं. 

शास्त्रों में 9 ग्रह और 27 नक्षत्र बताये गये हैं. 

27 नक्षत्रों में अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशीर्ष, आर्द्रा, पुनर्वसू, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, रेवती

इन 27 नक्षत्रों में 6 नक्षत्र ऐसे हैं,​ जिनमें बच्चे का जन्म होने पर पूजा अर्चना जरूर करानी चाहिए. 

ज्योतिष की मानें तो ऐसा नहीं करने पर बच्चे परिवार पर भारी होता है. उसे जीवन में तमाम तरह के कष्ट झेलने पड़ते हैं. 

ये 6 नक्षत्र आगे के 3 यानी ​अश्विनी, भरणी, कृत्तिका और पीछे के 3 शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद और उत्तरा भाद्रपद शामिल हैं. 

इन 6 नक्षत्रों में जन्मे बच्चों की पूजा अर्चना जरूर करानी चाहिए. अन्यथा जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है.