May 29, 2024, 10:20 AM IST

इस श्राप के कारण पांडु, पत्नी से वैवाहिक संबंध नहीं बना सकते थे

Ritu Singh

क्या आपको पता है महाभारत में पांडु को ऐसा श्राप मिला था जो उनके लिए जीवन के अंत का कारण बन गया था.

ये श्राप एक ऋषि ने दिया था क्योंकि उन्होंने उस हिरण जोड़े को मारा था जो संभोग कर रहे थे.

असल में ये हिरण किंदम ऋषि का रूप थे. और संभोग में लीन थे.

दरअसल एक बार महाराज पाण्डु अपनी दोनों रानियों कुन्ती- और माद्री  के साथ वन विहार कर रहे थे.

 एक दिन उन्होंने मृग के भ्रम में बाण चला दिया जो एक ऋषि को लग गया.

उस समय ऋषि अपनी पत्नी के साथ सहवासरत थे और उसी अवस्था में उन्हें बाण लग गया.

 इसलिए उन्होंने पाण्डु को श्राप दे दिया की जिस अवस्था में उनकी मृत्यु हो रही है उसी अवस्था में उनसी भी मृत्यु होगी.

उस समय पाण्डु की कोई संतान नहीं थी और इस कारण वे विचलित हो गए, तब कुंति ने उन्हें ऋषि दुर्वासा वरदान के बारे में बताया.

किसी भी देवता का आह्वान कर वह बच्चे पैदा कर सकती हैं, और ऐसे ही दिव्य ज्ञान कुंति ने माद्री को भी दिया था.

हालांकि, पाण्डु और माद्री वन में विहार कर रहे थे तभी पांडु खुद पर नियंत्रण न रख सके और माद्री के साथ संबंध बनाते हुए श्राप के तहत उनकी मौत हो गई.