सिंदूर रंग-श्रृंगार नहीं मां का अभिमान, एयर स्ट्राइक पर कथावाचकों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
Nitin Sharma
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 14 दिन बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों को मारकर इसका मुंह तोड़ जवाब दिया है.
भारतीय सेना की पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक से देश में खुशी का माहौल है. हर कोई सेना की वाहवाही कर रहा है.
इसबीच देश के कई संत, गुरु और कथावाचकों ने इस पर खुशी जाहिर की. किसी ने सिंदूर को मां का अभिमान बताया तो कुछ ने अपना सबकुछ दान करने का ऐलान कर दिया.
इनमें सबसे पहला नाम कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का है. उन्होंने पाकिस्तान को सेना के मुंह तोड़ जवाब पर गर्व जताया. उन्होंने ओ कहा कि पांच पांडवों ने मिलकर देश की माताओं का सिंदूर उजाड़ने वालों को धरती से ही उखाड़ दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्या का बदला लेना पान नहीं बल्कि पुण्य और हर भारतीय की हृदय की इच्छाओं को पूरा करना है. उन्होंने आगे कहा कि अगर लड़ाई के लिए जरूरत पड़ी तो हम दान के लिए सबसे आगे आएंगे.
बाबा रामदेव ने कहा कि पाकिस्तान ने जो नापाक हरकत की थी. भारतीय सेना ने उसका करारा जवाब दिया है. इससे करोड़ों लोगों के मन शांति पहुंची है. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरूरत है. यही वह समय है, जब भारत को पीओके पर कब्ज कर लेना चाहिए.
कथावाचक देवी चित्रलेखा ने भारतीय सेना ऑपरेशन सिंदूर पर गर्व जताया.
भारतीय सेना के पाकिस्तान को जवाब पर कथावाचक आचार्य पुंडरीक गोस्वामी ने कहा कि ये सिंदूर हमारी मां का अभिमान है. इस पर आंच आई तो पूरा हिंदुस्तान है. न ये रंग है और न सिर्फ ये श्रृंगार है. ये खून में लिखी हमारी सैन्य प्रतिज्ञा का आकार है.
सिद्धपीठ बागेश्वर बाबा ने पाकिस्तान में भारतीय सेना के आॅपरेशन सिंदूर पर कहा कि यह तो शंखनाद है, जय हिंद जय भारती.