देश की पवित्र नदियां, जिनमें किया जाता है अस्थि विसर्जन
Nitin Sharma
भारत में कई ऐसी नदियां हैं, जिनका बहुत अधिक धार्मिंक महत्व है. इनमें स्नान से लेकर अस्थि विसर्जन को विशेष माना जाता है.
हिंदू धर्म में गंगा, यमुना से लेकर ताप्ती जैसी नदियों को बेहद पवित्र माना गया है. शास्त्रों की मानें तो इनमें देवी देवताओं से लेकर पांडवों तक ने स्नान किया है.
ऐसे ही देश में कई ऐसी पवित्र नदियां हैं, जिनमें अस्थि विसर्जन करना बेहद शुभ माना जाता है. इससे मुक्ति के द्वार खुलते हैं. आइए जानते हैं कौन सी हैं वे नदियां.
गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के तीसरे, सातवें, और नौवें दिन अस्थियां एकत्र करनी चाहिए. इन्हें गंगा में विसर्जित करना चाहिए.
अस्थि विसर्जन के लिए लोग गंगा, यमुना, और ताप्ती जैसी नदियों में जाते हैं.
इसकी वजह हिंदू धर्म में गंगा को पवित्र और मोक्षदायिनी नदी माना जाना है. मान्यता है कि गंगा में अस्थि विसर्जन करने से मृतक की आत्मा को मोक्ष और स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
यमुना नदी में अस्थि विसर्जन हमेशा हिंदू धर्म के कई अनुयायियों के बीच एक पसंदीदा विकल्प रहा है.
ताप्ती नदी को ताप की नदी कहा जाता है. इस नदी की खासियत है कि इसमें अस्थि विसर्जन करने पर अस्थियाँ पूरी तरह गल जाती हैं.