Jul 22, 2024, 02:21 PM IST

जीवन में उतार लें भगवान शिव के ये 5 गुण

Abhay Sharma

भगवान भोलेनाथ जितने सौम्य और शांत हैं, उतना ही उनके भीतर क्रोध भी है. भगवान शिव एक ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा देवता और असुर दोनों करते हैं.

भगवान शिव का व्यक्तित्व ऐसा है, जिसे अगर समझ लिया जाए तो हम जीवन के सत्य के करीब पहुंच सकते हैं. 

ऐसे में सावन के पावन महीने में आप भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के साथ उनसे काफी कुछ सीखकर प्रेरणा ले सकते हैं.. 

समुद्रमंथन के समय भगवान शिव ने विष पिया, जिसके लिए कोई और तैयार नहीं हुआ. इस कथा से आप सीख सकते हैं कि कैसे जीवन में आने वाले नकरात्मक चीजों...

को अपने अंदर रखकर या इससे गुजरते हुए भी जीवन की सकरात्मकता बनाए रख सकते हैं. आप भगवान शिव की इस गुण से प्रेरणा ले सकते हैं. 

अपनी प्राथमिकता समझना- भगवान शिव ने अपनी पत्नी से प्रेम और सम्मान को सबसे ऊपर रखने के साथ अपने मित्र और भक्तों को भी उचित स्थान दिया. 

भगवान शिव के अनेक रूप हैं, जीवन शैली हो या उनका कोई अवतार वे हर रूप में बिल्कुल अलग हैं. इससे आप जीवन के हर रूप को खुलकर जीने की प्रेरणा ले सकते हैं.   

शिव जी अगर एक बार ध्यान में बैठ जाएं तो दुनिया इधर से उधर हो जाए. लेकिन उनका ध्यान कोई भंग नहीं कर सकता है. यह खुद पर नियंत्रण करना सिखाता है. 

सादा जीवन, उच्च विचार- भगवान शिव कैलाश पर्वत पर विराजते हैं और बेलपत्र, धतूरे फल उनके पसंदीदा चीज़ें हैं. ये सारी चीजें दर्शाती हैं कि भगवान शिव छोटी चीजों में खुश रहने वाले देवता है.