Aug 5, 2024, 01:24 PM IST

भगवान श्रीकृष्ण ने अपने ही बेटे को क्यों दिया था कोढ़ी होने का श्राप

Anamika Mishra

कथाओं के अनुसार, श्री कृष्ण की 8 पत्नियां थीं. इन्हीं में से एक थीं जामवंती जो निषादराज जामवंत की बेटी थीं.

जामवंती और श्री कृष्ण के पुत्र थे सांबा. महाभारत युद्ध के दौरान गांधारी ने उन्हें श्राप दिया था.

इस श्राप के कारण कृष्ण के कुल में जन्में सभी उनके पुत्र स्वभाव से दुष्ट और अधर्मी थे. 

सांबा अपने सभी भाइयों में सबसे अधिक अधर्म करता था, इसलिए  श्री कृष्ण हमेशा उन्हें धर्म के मार्ग पर चलने की सलाह देते थे. 

कहते हैं कि एक बार सांबा के रूप से प्रभावित होकर रानी नंदनी ने सांबा की पत्नी का रूप धारण करके उन्हें गले लगा लिया था.

लेकिन ऐसा करते हुए नारद ऋषि ने उन्हें देख लिया. फिर उन्होंने सारी घटना प्रभु को सुना दी. 

यह सुनकर श्री कृष्ण बेहद क्रोधित हुए और पुत्र को कोढ़ी होने का श्राप दे दिया.

महर्षि कटक ने सांबा को इस रोग से मुक्ति के लिए सूर्य देव की उपासना करने को कहा. 12 सालों तक सांबा ने तपस्या की. 

तपस्या से प्रसन्न होकर सूर्यदेव ने उन्हें कोढ़ से मुक्ति पाने के लिए चंद्रभागा नदी में स्नान करने को कहा.

आज भी चंद्रभागा नदी को कोढ़ ठीक करने वाली नदी के रूप में जाना जाता है. माना जाता है कि इस नदी में स्नान करने वाले व्यक्ति का कोढ़ जल्दी ठीक हो जाता है.