Apr 22, 2024, 10:07 AM IST

इन्हें अपना भाई मानती थीं माता पार्वती, शादी में निभाई सभी रस्म

Nitin Sharma

त्रिदेवी कहे जाने वाले भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु की उत्पत्ति इस संसार के संचालन के लिए हुई. इनका आपसी संबंध भी है. 

शास्त्रों के अनुसार, महादेव के कई रूप हैं, वह भोलेनाथ होने के साथ ही गुस्से में विकराल हो जाते हैं. देवताओं पर जब तक संकट आया तो महादेव को याद किया गया. 

लेकिन भगवान विष्णु का संबंध सिर्फ शिव से ही नहीं, माता पार्वती से भी उतना ही खास है. 

शिव की शक्ति माता पार्वती के साथ भगवान विष्णु का भाई का संबंध है. इसी नाते ही उन्होंने माता पार्वती का विवाह शिव से कराया.

शिव को पाने के लिए खुद विष्णु भगवान ने माता पार्वती की मदद की. उन्होंने ही महादेव को समाधि लेने से रोका था. 

शिवपुराण के अनुसार, माता पार्वती शिव की तपस्या कर रही थी. तब उन्हें ज्ञात हुआ कि तपस्या में शिव जी का शिवलिंग होना जरूरी है, लेकिन उन्हें शिवलिंग बनाना नहीं आता था.

भगवान विष्णु ने इसका पता लगते ही ब्रह्माण का रूप धारण कर माता पार्वती के पास आये.उन्होंने शिवलिंग बनाने में उनकी मदद की. इस पर माता पार्वती ने उन्हें भाई कहकर पुकारा.

इसी के बाद भगवान विष्णु ने महादेव को शादी के लिए तैयार किया. उन्होंने शिव और माता पार्वती की शादी में बड़े भाई का कर्तव्य निर्वाह किया.