माता पार्वती के श्राप के चलते मधुरा से मंदोदरी बनी थी रावण की पत्नी
Nitin Sharma
त्रेतायुग में जन्में श्रीराम से लेकर माता सीता और रावण तक की कहानी तो ज्यादातर लोगों ने सुनी होगी, लेकिन रावण की पत्नी मंदोदरी के बारें में शायद ही लोग ज्यादातर चीजें जानते होंगे.
क्या आप जानते हैं कि रावण ने मंदोदरी से जबरन शादी की थी.
मंदोदरी सिर्फ रावण की पत्नी ही नहीं, वह कर्तव्यपरायण और धर्म के रास्ते पर चलने वाली महिला थी.
वह रावण को गलत करने से रोकती थीं. वह उसे सही रास्ते चलने की सलाह देने के साथ ही पत्नी धर्म भी निभाती थी.
लेकिन क्या आप जानते हैं रावण की पत्नी मंदोदरी का नाम मधुरा था. वह भगवान शिव की भक्त थी, लेकिन माता पार्वती के एक श्राप की वजह से वह मंदोदरी बनी.
किंवदंतियों में बताई गई एक कथा के अनुसार, मधुरा एक दिव्य परी थी. उन्होंने एक बार कैलाश पर्वत की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने माता पार्वती को न पाने पर भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश की.
माता पार्वती ने वापस आकर मधुरा को देखा तो वह क्रोधित हो गई. माता ने मधुरा को मेंढक के रूप में बदलकर 12 सालों तक कुएं के अंदर रहने का श्राप दे दिया.
भगवान शिव ने माता पार्वती से मधुरा को दिए श्राप को कुछ कम करने का अनुरोध किया. इस पर उन्होंने कहा कि 12 साल बाद मधुरा अपने असली रूप में आ जाएंगी और मंदोदरी के नाम से जानी जाएंगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)