Apr 11, 2024, 11:31 AM IST

जानें भीष्म पितामह के 4 गंभीर पाप, इनकी वजह से मिली दर्दनाक मौत

Nitin Sharma

महाभारत में कौरवों और पांडवों के अलावा मुख्य पात्रों में भीष्म पितामह भी थे. वे हृदय से दयालु, मर्मस्पर्शी और सदैव सन्मार्ग पर चलने की सलाह देते थे. 

इसके बाद भी भीष्म पितामह को महाभारत में कई दिनों तक बाणों की शैय्या पर लेटना पड़ा और बड़े ही कष्टों में उन्होंने अपने प्राण त्यागे. 

बताया जाता है कि भीष्म पितामह को मिली इन यातनाओं के पीछे उनके द्वारा किये गये 4 गंभीर पाप थे, जिसकी वजह से उन्हें कष्ट भोगना पड़ा.

पुराणों में बताया जाता है कि भीष्म पितामह 8 वसु में से एक थे. उनका नाम द्यो वसु था. उन्होंने वशिष्‍ट ऋषि की गाय चोरी की थी. इस पर ऋषि ने उन्हें धरती पर जन्म का श्राप दिया था. 

भीष्म पितामह ने महाभारत में भी 4 ऐसे पाप किये थे, जिसकी वजह से उन्हें बाणों की शैय्या पर लेटना पड़ा था.

सत्यवती के कहने पर भीष्म पितामह ने काशी नरेश की 3 पुत्रियों का अपहरण किया था. बाद में अम्बा को छोड़ दिया. 

भीष्म पितामह ने गांधारी और उनके पिता सुबल की इच्छा के खिलाफ जाकर जबरन धृतराष्ट्र का विवाह कराया था. इसलिए गांधारी ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली.

द्रौपदी को निर्वस्त्र किया जा रहा था. तब भीष्म चुप बैठे थे. उन्होंने जानते बुझते दुर्योधन और शकुनि के अनैतिक और छलपूर्ण खेल को छलने दिया.

जब कौरवों की सेना जीत रही थी. तब भीष्म ने ऐन वक्त पांडवों को अपनी मृत्यु का राज बताकर कौरवों के साथ धोखा दिया. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)