द्रौपदी के पिता ने ही बेटी के लिए मांगे थे दुख, जानें क्या थी वजह
Nitin Sharma
महाभारत के मुख्य किरदारों में से एक पांडवों की पत्नी द्रौपदी भी थी. द्रौपदी का जन्म अग्नि से हुआ था.
महाभारत में द्रौपदी का कई जगहों पर अपमान हुआ था. उन्हें तमाम दुख भोगने पड़े थे. महाभारत युद्ध भी द्रौपदी के अपमान का बदला लेने के लिए ही हुआ.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि द्रौपदी को जीवन में इतने दुख क्यों मिलें. उन्हें कई जगहों पर अपमान का सामना क्यों करना पड़ा.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, द्रौपदी के पिता और पांचाल के राजा द्रुपद अपने लिए पुत्र चाहते थे, जिससे वे ऋषि द्रोण से अपने अपमान का बदला ले सकें.
द्रुपद को पुत्र की प्राप्ति यज्ञ से होनी थी. राजा ने यज्ञ किया. इसी यज्ञ से उन्हें पुत्र के साथ ही एक पुत्री प्राप्त हुई.
द्रुपद पुत्री नहीं चाहता था. उसने पुत्री लेने से मना कर दिया, लेकिन देवताओं की हट की वजह से राजा को पुत्री स्वीकार करनी पड़ी.
द्रुपद ने इसी से क्रोधिक होकर अपनी पुत्री द्रौपदी के लिए जीवन भर दुख मांग लिये. इसके लिए उसने यज्ञ में आहूति दी और अलग अलग दुखों की मांग की, जो द्रौपदी के जीवन में फलित हुए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)