महाभारत में एक से बढ़कर एक योद्धा थे. यह गदा से लेकर धनुष समेत दूसरे शस्त्र चलाने में निपुण थे.
महाभारत युद्ध में बहुत से योद्धाओं ने अपनी शस्त्र कला दिखाई थी. इसमें उन्होंने जीत भी दर्ज की.
इसी में जब गदाधारी योद्धाओं की बात होती है तो सबसे पहले इन 4 योद्धाओं का नाम लिया जाता है. इनमें हनुमान जी भी शामिल हैं.
महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक कौरवों का बड़ा बेटा दुर्योधन गदाधारी योद्धाओं में से एक था. वह गदा युद्ध में बहुत निपुण था. उसकी गदा का नाम मुखक्री था.
महाभारत में जब सर्वश्रेष्ठ गदाधारी योद्धाओं की बात आत है तो पांडु पुत्र भीम का नाम सबसे पहले आता है. भीम के पास 10 हजार हाथियों का बल था. भीम ने कई दानवों को युद्ध में हरा दिया था.
द्वापर युग में बलराम सर्वश्रेष्ठ गदाधारी थे. उन्होंने ही पांडु पुत्र भीम और कौवों के भाई दुर्योधन को गदा युद्ध में निपुण बनाया था.
त्रेतायुग के साथ ही द्वापर में भी हनुमान जी आये थे. हनुमान जी का शस्त्र गदा था. उन्हें गदाधारी भी कहा जाता था. बजरंगबली के गदे के आगे अच्छे से अच्छा योद्धा भी नहीं टिक पाता था.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)