Dec 8, 2023, 05:48 PM IST

दो टुकड़े होने के बाद भी मरता नहीं था श्रीकृष्ण की हत्या का षड्यंत्र रचनेवाला

Anurag Anveshi

कृष्ण और जरासंध के बीच कई युद्ध की चर्चा मिलती है. असल में जरासंध चाहता था कृष्ण की हत्या करना. पर क्यों? जानें वजह.

पुराणों के अनुसार, दो मांओं से पैदा हुआ जरासंध मगध का राजा था. उसके पास सबसे विशाल सेना थी, वह क्रूर और अत्याचारी भी था. 

देवकी का भाई कंस आततायी और क्रूर था. वह एक तरफ श्रीकृष्ण का मामा था तो दूसरी तरफ जरासंध का दामाद भी था.

कंस चाहता था श्रीकृष्ण का वध करना. लेकिन कृष्ण ने कंस को मारकर अपनी मां देवकी और पिता वसुदेव को मुक्त कराया.

अपने दामाद कंस की हत्या से बौखलाए जरासंध ने श्रीकृष्ण को मारने की साजिश कई बार रची. उसने 18 बार मथुरा पर हमला किया.

जरासंध दो मांओं से आधा-आधा पैदा हुआ था और उसे एक राक्षसी ने अपनी माया से जोड़कर एक शिशु बना दिया था.

यह एक वजह थी कि उसका शरीर मायावी था. उसका शरीर दो हिस्सों में काट दिए के बाद भी खुद-ब-खुद जुड़ जाता था.

जरासंध को मल्ल युद्ध या द्वंद्व युद्ध का शौक था. उसने अपने राज्य में कई अखाड़े बनवा रखे थे. वह श्रीकृष्ण का कट्टर शत्रु था.

एकबार श्रीकृष्ण, भीम और अर्जुन वेश बदलकर जरासंध के पास पहुंचे. जरासंध ने पहचान लेने के बाद भी भीम से कुश्ती लड़ना स्वीकार किया.

14 दिनों तक युद्ध चलता रहा. कई बार भीम ने जरासंध को जंघा से उखाड़कर दो हिस्सों में कर दिया पर जरासंध मरता ही नहीं था.

तब श्रीकृष्ण ने एक तिनका उठाकर उसे दो हिस्सों में तोड़ा और अलग-अलग दिशा में फेंक दिया. भीम को यह संकेत मिल गया.

भीम ने जरासंध को बीच से चीर दिया और उसके बाएं हिस्से को दाहिनी ओर और दाहिने हिस्से को बाईं ओर फेंक दिया. इसबार वह मारा गया.

Disclaimer: यह लेख सिर्फ सूचना प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.