Aug 25, 2024, 04:17 PM IST
महाभारत के ये दो योद्धा मां के गर्भ से नहीं हुए थे पैदा, जन्म की कथा है रोचक
Smita Mugdha
महाभारत के युद्ध में कई योद्धाओं का जन्म सामान्य तरीके से नहीं हुआ था.
पांडव और कौरव भाइयों का जन्म भी विशेष तरीके से हुआ था और कई और योद्धा भी इसमें शामिल हैं.
द्रौपदी का जन्म भी यज्ञ की अग्नि से ही हुआ था और इसलिए उनका एक नाम यज्ञजा भी है.
महाभारत में दो और धुरंधर योद्धा थे जिनका जन्म भी विशेष तरीके से हुआ था. इनका जन्म मां के गर्भ से नहीं हुआ था.
ये दोनों धुरंधर योद्धा कौरवों और पांडवों के गुरु कृपाचार्य और द्रोणाचार्य थे.
कृपाचार्य के पिता शारद्वान गौतम ऋषि के पुत्र थे और उनकी तपस्या भंग करने के लिए उन्होंने देवकन्या भेजी थी.
देवकन्या को देख शारद्वान कामपीड़ित हो गए और उनका वीर्य दो पत्थरों पर गिरा जिससे कृप और कृपी का जन्म हुआ था.
महर्षि भारद्वाज नदी में स्नान कर रहे थे जब उनकी नजर नग्न स्नान करती अप्सरा घृताची पर पड़ी और वह काम भावना से पीड़ित हो गए थे.
भारद्वाज ने घृताची से शारीरिक मिलान किया था और द्रोण (कलश) से पैदा होने की वजह से द्रोणाचार्य नाम पड़ा था.
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