Jun 7, 2024, 11:30 AM IST

Mahabharat के इस योद्धा की मृत्यु के बाद आ गया था कलयुग!

Aman Maheshwari

अभिमन्यु से जन्में राजा परीक्षित पांडवों के एकमात्र उत्तराधिकारी थे. अश्वत्थामा ने परिक्षीत को गर्म में मारने का प्रयास किया था.

लेकिन भगवान कृष्ण ने अश्वत्थामा के हमलें से परीक्षित की रक्षा की थी. श्रीकृष्ण ने उसे अपनी शक्तियों से जीवन दिया था.

भगवान कृष्ण के वैकुंठ जाने और पांडवों के सत्ता त्यागने के बाद राजा परीक्षित को हस्तिनापुर विरासत में मिला था.

राजा परीक्षित एक बार जंगल में शिकार के लिए गए वहां पर शमीक ऋषि मौन अवस्था में बैठे हुए ध्यान कर रहे थे. उन्होंने शमीक ऋषि से पानी मांगा तो उन्होंने उत्तर नहीं दिया.

इस बात से गुस्सा होकर राजा परीक्षित ने शमीक ऋषि के गले में मरा हुआ सांप डाल दिया. इस बात का शमीक ऋषि के पुत्र को पता चला तो उन्होंने परीक्षित को श्राप दिया.

शमीक ऋषि के पुत्र श्रृंगी ऋषि ने परीक्षित को श्राप दिया कि, 7 दिन बाद नागराज तक्षक के डस लेने के कारण उनकी मृत्यु हो जाएगी.

श्राप के अनुसार, सात दिनों बाद राजा परीक्षित को नागराज तक्षक ने डस लिया और उनकी मृत्यु हो गई. महाभारत काल में राजा परीक्षित की मृत्यु के बाद ही कलियुग का प्रारंभ हो गया था.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.