Jun 9, 2024, 01:46 PM IST

क्यों रात में भी नहीं सोता था महाभारत का ये योद्धा, जागकर करता था ये गुप्त काम

Ritu Singh

महाभारत में एक योद्धा ऐसा था जिसने रात में न सोने के लिए भी कड़ी मशक्कत की थी.

अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत के बल पर ये योद्धा नींद पर विजय पा गया था.

यही कारण था कि इसका नाम गुडाकेश भी था और ये कौई और नहीं अर्जुन थे. गुडाक का अर्थ नींद होता है जबकि ईश का अर्थ स्वामी होता है.

एक बार अर्जुन रात में भोजन कर रहे थे तभी हवा से दीया बुझ गया लेकिन वह थाली से भोजन उठा कर खाते रहे.

खाते-खाते उनके दिमाग में आया जब दिमाग अंधेरे में भी हाथ को खाने तक पहुंचा रहा है तो वह तीर क्यों नहीं निशाने पर चला सकते हैं.

महाभारत के आदिपर्व के अध्याय 123 में जिक्र मिलता है कि अर्जुन ने महाभारत का युद्ध लड़ने के लिए आध्यात्मिक नींद का ही सहारा लिया था.

आध्यात्मिक नींद यानी योग निद्रा से अर्जुन ने नींद पर विजय प्राप्त की थी.

अर्जुन रात में भी अपने धनुर्विद्या का प्रयोग करते थे.