Aug 26, 2024, 09:02 AM IST

14 साल बाद ही क्यों कृष्ण देवकी-वासुदेव को कारावास से निकालने को जन्मे थे 

Ritu Singh

रामायण काल की कुछ गलतियों की सजा महाभारत काल में भी लोगों ने भुगती थीं.

कष्ट भोगने वालों में खुद भगवान कृष्ण के माता-पिता भी शामिल थे और इसी के चलते 14 साल तक कारवास में देवकी और वासुदेव बंद थे.

श्री कृष्ण स्वयं भगवान थे, फिर भी उनके माता पिता को कंस के कारागार में 14 वर्षों तक बंदी रहना पड़ा था, क्यों? चलिए इसके पीछे का राज बताएं.

कंस के वध के बाद जब भगवान श्री कृष्ण ने कारागार से अपनी माता देवकी और पिता वासुदेव जी को छुड़वाया तब माता देवकी ने श्री कृष्ण से पूछा था.

कृष्ण आप तो भगवान हैं. आप चाहते तो हमें इस कारागार से पहले ही मुक्त करवा सकते थे फिर आपने हमें कारागार से छुड़वाने में 14 वर्ष का समय क्यों लगाया. 

तब श्री कृष्ण ने बताया था कि माता ये उनके पूर्व जन्म का फल है, पूर्व जन्म में वह अयोध्या के राजा दशरथ की तीसरी पत्नी केकैयी थी.

और वह राजा दशरथ और माता कौशल्या के पुत्र राम था. पूर्व जन्म में उन्होंने 14 वर्षों का वनवास दिया था. 

इसी कारण इस जन्म में आप 14 वर्षों तक कारागार में बंद रहीं और पिता को भी आपके साथ ये कष्ट उठाना पड़ा.

माता यशोदा पूर्व जन्म में मेरी माता कौशल्या थीं, जो अपने पुत्र राम से 14 वर्षों तक दूर रही. इसलिए इस जन्म में मैं पहले 14 वर्ष उनके साथ रहा.

भगवान कृष्ण ने अपने इस वाक्ये से बता दिया था कि पाप कर्म का फल अगर मनुष्य उसी जन्म में नहीं भोगता तो उसे अगला जन्म लेकर उसे भोगना ही होता है.