May 25, 2024, 02:01 PM IST
महाभारत में एक से एक बलशाली योद्धा थे, जिन्होंने महाभारत का युद्ध लड़ा.
कौरवों और पांडवों की तरफ से भीष्म पितामह, गुरु द्रोणाचार्य और कर्ण समेत कई शूरवीरों ने हिस्सा लिया.
इस धर्म युद्ध में स्वयं श्री कृष्ण अर्जुन के सारथी बने थे.
महाभारत के दौरान कभी भी विदुर को एक योद्धा के तौर पर नहीं गिना गया, जबकि वो एक बहुत बड़े योद्धा थे.
क्योंकि विदुर को यमराद का अवतार माना जाता था. श्री कृष्ण नहीं चाहते थे कि वो युद्ध में भाग लें.
दुर्योधन से अपमानित होने के बाद युद्ध से पहले ही वो तीर्थ यात्रा पर चले गए थे.
अगर विदुर युद्ध लड़ते तो परिणाम कुछ और हो सकता था.
लोकिन श्री कृष्ण की चाल से वो युद्ध से विरत हो गए.