महाभारत में इस अकेले पांडव ने किया था 100 कौरवों का वध
Nitin Sharma
महाभारत में पांडव और कौरव एक दूसरे के चचेरे भाई थे, लेकिन राज्य के बटवारे से लेकर कौरवों की शर्त ने परिवार को तोड़ दिया.
युधिष्ठिर ने शर्त रखी थी कि कौरवों पांडव को राज्य सौंप देंगे, लेकिन इससे पहले उन्हें 13 साल के लिए वनवास पर जाना होगा. इसके बाद कौरवों ने राज्य वापस करने से इनकार कर दिया.
इसके साथ ही कौरवों ने द्रौपदी का चिरहरण किया, जो महाभारत युद्ध की बड़ी वजहबन गया.
महाभारत युद्ध में जहां एक तरफ कौरवों ने श्रीकृष्ण की सेना ली. वहीं भगवान खुद पांडु पुत्र अर्जुन के सारथी बने गये.
वहीं कौरवों में युधिष्ठिर से लेकर कर्ण जैसे यौद्धाओं ने महाभारत युद्ध में हुंकार भरी.
युद्ध में पांचों पांडव और 100 कौरवों समेत दोनों तरफ से करोड़ों योद्धा और सैनिक शामिल हुए.
महाभारत युद्ध में अर्जुन के अलावा पांडवों के दूसरे भाई भीम भी बड़े ही शक्तिशाली थे.
महाभारत में भीम ही एक ऐसा योद्धा थे, जिन्होंने अकेले ही 100 कौरवों का वध कर दिया था.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)