Mar 24, 2024, 08:55 AM IST

कौशल्या ने इस वजह से कभी नहीं लिया बेटे राम का नाम

Smita Mugdha

माता कौशल्या को प्रभु श्रीराम बहुत मन्नतों के बाद मिले थे और वह अपने बेटे पर जान छिड़कती थीं.

क्या आप जानते हैं कि माता कौशल्या ने कभी भी प्रभु श्रीराम को उनके नाम राम से नहीं पुकारा था. 

दरअसल बेटे को उनके नाम राघव से नहीं पुकारने के पीछे एक खास वजह थी, जो कि मान्यताओं से जुड़ी है.

ऐसी मान्यता है कि कुंडली या पत्री में बेटे का जो नाम होता है उससे मां को नहीं बुलाना चाहिए. 

भगवान राम को माता कौशल्या कई और नाम से पुकारती थीं जिसमें से राघव उनका सबसे पसंदीदा नाम था. 

प्रभु श्रीराम की सलोनी आंखों को देखकर कई बार माता कौशल्या उन्हें राजीवलोचन यानी कमल जैसों नेत्रों वाला भी बुलाती थीं.

प्रभु राम के वनवास जाने पर माता कौशल्या बेहाल हो गई थीं. उन 14 वर्षों में भरत और शत्रुघ्न ने उनका ख्याल रखा था.

माता कौशल्या राम के जितना ही प्यार अपने बाकी तीनों बेटों लक्ष्मण, शत्रुघ्न और भरत से भी करती थीं.

प्रभु श्रीराम ने भी अयोध्या लौटने के बाद अपनी तीनों माताओं का समान भाव से ख्याल रखा था.