Jul 19, 2024, 04:03 PM IST

द्रौपदी के चीरहरण के पीछे छिपे थे ये रहस्य

Aditya Prakash

द्रौपदी के चीरहरण को महाभारत की सबसे दुखद घटनाओं में से एक माना जाता है.

इस चीरहरण की घटना के पीछे कई रहस्य हैं, आज हम उन्हीं रहस्यों पर बात करने जा रहे हैं.

पहला रहस्य तो ये था कि युधिष्ठिर जुए में अपनी पत्नी द्रौपदी को हार गए थे, उसके बाद द्रौपदी पर दुर्योधन का अधिकार हो गया था.

द्रौपदी का अपमान करने के लिए दुर्योधन ने उसे कौरवों की सभा में बुलाया. कौरवों की सभा में दुःशासन ने द्रौपदी की साड़ी खिंचनी शुरू कर दी.

इस मुश्किल घड़ी में भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा की थी, और उनके सम्मान को बचाया था.

द्रौपदी के चीरहरण का दूसरा रहस्य उनसे हुआ एक अपराध है. मान्यताओं के मुताबिक वो पिछले जन्म में एक राजकुमारी थी.

एक दिन जब द्रौपदी अपनी सखियों के संग गंगास्नान के लिए जा रही थी तो उसने देखा कि गंगा में एक संत भी वहां स्नान कर रहे थे.

द्रौपदी ने शरारत करते अपनी सखियों के साथ मिलकर उस संत के अंग वस्त्र को छिपा दिया, इसको लेकर संत की तरफ से उन्हें चीरहरण का शाप मिला था.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.