Apr 13, 2025, 06:41 AM IST

सफलता चाहिए तो ऐसे करें पंचमुखी हनुमान की पूजा 

Ritu Singh

हनुमान जयंती  पर आज अगर आप पंचमुखी हनुमानजी के पांच स्वरूपों की पूजा करें तो आपको तुरंत सफलता भी मिलेगी और समस्याएं भी दूर होंगी. 

आज शनिवार को हनुमान जयंती पड़ने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है.

हनुमान जयंती के दिन पंचमुखी हनुमान की पूजा के क्या लाभ हैं और कैसे ये पूजा करें, चलिए जानें. 

पंचमुखी हनुमानजी का पहला रूप बंदर का है. इसका मुख पूर्व की ओर है. इससे शत्रुओं पर विजय मिलती है.

पंचमुखी हनुमानजी का दूसरा रूप गरुड़ है. इसका मुख पश्चिम दिशा में स्थित है. यह स्वरूप जीवन में आने वाली कठिनाइयों और बीमारियों को दूर करता है. 

पंचमुखी हनुमानजी का तीसरा मुख्य रूप वराह है, जिसका मुख उत्तर दिशा में स्थित है. जिनके कार्य से दीर्घायु, यश और शक्ति प्राप्त होती है.

पंचमुखी हनुमानजी का चौथा मुख नरसिंह का है, जिसका मुख दक्षिण दिशा में स्थित है तथा जिसका कार्य भय और तनाव को समाप्त करना है.

पंचमुखी हनुमानजी का पांचवां मुख घोड़े का है. यह मुख ऊपर की ओर स्थित है और इसका कार्य इच्छाओं की पूर्ति करना है. 

पंचमुखी हनुमानजी की तस्वीर और मूर्ति घर की दक्षिण दिशा में स्थापित करनी चाहिए. हनुमान को लाल फूल, सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. पंचमुखी हनुमानजी को गुड़ और भुने चने का भोग लगाएं.

भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए आप इस दिन सुंदर कांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें.