पितृपक्ष में इन रूपों में आते हैं पितर, भूलकर भी न करें अपमान
Nitin Sharma
17 सितंबर 2024 से पितृपक्ष की शुरुआत हो रही है. यह 15 दिनों तक चलेंगे.
ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में पितर धरती पर आते हैं.
पितर किसी न किसी रूप में वह अपने परिवार के पास पहुंचते हैं.
मान्यता है कि पितर मनुष्य से लेकर पशु पक्षी के रूप में भी आपके घर आ सकते हैं, लेकिन आप इन्हें पहचान नहीं सकते.
पितृपक्ष के समय में अगर आपके घर में अचानक कोई मेहमान, गरीब और असहाय व्यक्ति आए हैं तो उनका भूलकर भी अनादर न करें. उन्हें भोजन कराने से लेकर दान देकर ही भेजें.
श्राद्ध पक्ष में गाय या कुत्ते का भी द्वार पर आना शुभ माना जाता है. इस दौरान उन्हें रोटी जरूर दें. इसके अलावा भूलकर भी मारकर न भगायें.
पितृपक्ष के दौरान कौए को कभी भी नहीं भगाना चाहिए. कौए को भोजन देना चाहिए . यह पितरों तक पहुंचता है.
हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्ज दिया गया है. पितृपक्ष में इसकी महत्ता और ज्यादा बढ़ जाती है. इसलिए गाय को रोटी खिलाएं. इससे पितृ प्रसन्न होती हैं. उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.