Mar 23, 2024, 06:48 AM IST

रास्ते में मिलने वाला भंडारा खाएं या नहीं, जानें क्या कहते हैं प्रेमानंद जी महाराज

Nitin Sharma

वृंदावन में पीले वस्त्र धारण कर राधा नाम जपने और सत्संग में लीन रहने वाले प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. 

प्रेमानंद जी महाराज सत्संग में लोगों के सवालों के जवाब देते हैं. उनकी मन में बैठी भ्रांति को दूर करते हैं. 

सत्संग में किसी भक्त ने पूछा कि बाबा जी भंडारा खाना चाहिए या नहीं, इस पर प्रेमानंद जी उसका जवाब दिया.

महाराज जी कहते हैं कि भंडारा फ्री में चखना गलत है. अगर आप परिक्रमा दे रहे हैं और कहीं दूध बट रहा, कहीं हलवा या चाय मिल रही है तो वह नहीं लेनी चाहिए.

ऐसा करने से व्यक्ति के पुण्य क्षीण हो जाते हैं. उसे परिक्रमा देने से लेकर पुण्य का लाभ प्राप्त नहीं होता. 

महाराज जी कहते हैं कि अगर आप कहीं भंडारा चखते हैं तो कुछ पैसे दान कर दें. 

अगर आप गृहस्थ जीवन में हैं. किसी आश्रम में गए हैं और वहां भोजन मिल गया है तो वहां कुछ रुपये दान जरूर करें. इससे मन की भी तृप्ति होगी और दिल भी प्रसन्न रहेगा.

प्रेमानंद जी कहते हैं कि फ्री में  भोजन या कोई भी सेवा नहीं लेनी चाहिए. इससे आपको पुण्य प्राप्त होगा.

प्रेमानंद महाराज कहते हैं अगर आप विरक्त हैं तो कैसे भी चल सकते हैं. भंडारे से लेकर मुफ्त में कुछ भी पा सकते हैं, लेकिन गृहस्थ में हैं तो दान जरूर करें.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.