Jun 12, 2024, 02:52 PM IST

फूल-माला और मूर्तियां नदी में विसर्जित करें या नहीं? Premanand Maharaj से जानें

Aman Maheshwari

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. वह प्रवचन के दौरान भक्तों को कई सारी बातें बताते हैं.

महाराज जी जीवन जीने से लेकर जुड़ी बातों से लेकर धर्म-कर्म के बारे में काफी कुछ बताते हैं. उन्होंने हाल ही में फूल माला और मूर्तियों को नदी में विसर्जित करने के बारे में बताया है.

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि, खंडित मूर्तियों और फूल माला को नदी में विसर्जित नहीं करना चाहिए. बल्कि इन्हें नदी के किनारे गड्ढा करके दबा देना चाहिए.

नदी में भगवान की खंडित मूर्ति को प्रवाहित करने से अपमान होता है. कई लोग नदी किनारे पूजा करने के बाद दीए और फूल वहीं छोड़ जाते हैं.

पूजा के बाद यह सामग्री लोगों के पैर में लगती है. लोगों के पैरों के नीचे आने से अपराध लगता है. इससे भगवान का अपमान होता है.

प्रेमानंद महाराज का मानना है कि व्यापार के लिए भगवान की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. कई लोग वस्तुओं पर भगवान के रूपों और नामों का इस्तेमाल करते हैं.

ऐसा करने से भगवान का अनादर होता है. अगर आप अपनी दुर्गति नहीं चाहते हैं तो ऐसा करने से बचना चाहिए. भगवान के नाम और रूप का अपमान मत करो.