Apr 18, 2024, 07:47 AM IST
राधा रानी के बिना भगवान कृष्ण का नाम अधूरा माना जाता है. ऐसे ही कान्हा के बिना राधा का नाम अधूरा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि राधा-कृष्ण की मुलाकात कैसे हुई थी.
भगवान कृष्ण और राधा रानी की मुलाकात के बारे में पद्मपुराण में जिक्र है. राधा-कृष्ण की मुलाकात बचपन में ही हो गई थी.
कृष्ण भगवान के जन्म के बाद नंदगांव में जन्मोत्सव की धूम-धाम थी. इसी समय बरसाना गांव के वृषभानु अपनी बेटी राधा के साथ वहां आए थे.
उस समय भगवान कृष्ण 1 दिन के थें और राधा रानी ग्यारह वर्ष की थीं. उस समय राधा रानी ने भगवान कृष्ण को पहली बार पालने में देखा था.
भगवान कृष्ण को बांसुरी और राधा दोनों बहुत ही प्रिय थी. उनकी बांसुरी की धुन सुनकर राधा खिंची चली आती थीं.
ऐसी मान्यता है कि, जब श्रीकृष्ण मथुरा गए थे तो राधा को मुरली भेंट कर दी थी. राधा ने मुरली को वर्षों तक संभाल कर रखा था.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.