Jan 14, 2024, 02:01 PM IST

इन भगवान के दर्शन के बाद प्रसाद ही नहीं, इस शहर से कुछ भी न लाएं साथ, वरना...

Ritu Singh

राजस्थान के बालाजी के दर्शन मंदिर का प्रसाद ही नहीं मेहंदीपुर से कुछ भी लाने की मनाही होती है. क्यों चलिए जानें.

राजस्थान में स्थित मेहंदीपुर बालाजी भारत के जाने-माने मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में हनुमान जी अपने बाल स्वरूप में विराजमान हैं.

मान्यता है कि इस मंदिर के दर्शन करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है. लेकिन यह भी कहा जाता है कि यहां का प्रसाद कभी भी घर नहीं लेकर आना चाहिए. आइए जानते हैं इसके पीछे क्या कारण हैं.

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में जाने से पहले कुछ नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. दर्शन करने से कम-से-कम एक हफ्ते पहले से भक्तों को प्याज, लहसुन, नॉनवेज और शराब आदि का सेवन बंद कर देना चाहिए. तभी बजरंगबली प्रसन्न होते हैं.

साथ ही प्रभु श्री राम और सीता के दर्शन करना जरूरी है वरना पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता. मेहंदीपुर बालाजी की आरती के समय केवल भगवान की तरफ ही देखें. इस समय पीछे मुड़कर देखना या इधर-उधर नहीं देखना चाहिए.

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में प्रसाद दो तरीके से चढ़ाया जाता है. एक होता है दरखास्त और दूसरा अर्जी. दरखास्त  के प्रसाद को 2 बार खरीदना होता है. इस प्रसाद को चढ़ाने के बाद मंदिर से शीघ्र ही निकल जाना होता है. 

वहीं, अर्जी का प्रसाद 3 थालियों में दिया जाता है. अर्जी का प्रसाद लौटते समय पीछे की ओर फेंका जाता है. जिसे मुड़कर देखना मना है

माना जाता है कि इस मंदिर में भूत-प्रेत आदि बाधाओं से छुटकारा मिलता है. इस मंदिर से प्रसाद, कोई भी खाने-पीने की चीज या सुगंधित चीज को अपने घर नहीं लाना चाहिए. ऐसा करने से, ऊपरी साया आप पर आ जाता है.