Jan 24, 2025, 04:27 PM IST

मंदोदरी ने पहले नकारा, फिर कैसे रचा ली देवर विभीषण से शादी

Aditya Prakash

रावण की मृत्यु के बाद उसकी पत्नि और लंका की महारानी मंदोदरी सती होना चाहती थी. 

श्री राम ने ऐसा करने से उन्हें रोक दिया था.

श्री राम ने कहा कि उन्हें विभीषण से शादी कर लेनी चाहिए.

पहली बार में तो मंदोदरी ने विभीषण से शादी करने से मना कर दिया था.

लेकिन दूसरी बार में सहमत हो गई थीं. विभीषण को रामायण में सज्जन पुरुष के तौर पर दिखाया गया है.

मंदोदरी को बोध हुआ कि धार्मिक, तार्किक और नैतिक रूप से देवर विभीषण से विवाह करना गलत नहीं होगा.

यही कारण रहा कि वो अपने देवर विभीषण से शादी करने को तैयार हो गईं.

रावण की मृत्यु के बाद मंदोदरी को लेकर वाल्मीकि रामायण में अधिक उल्लेख नहीं है, लेकिन दूसरी रामायणों में ऐसे कई प्रसंग लिखे हुए हैं.

Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.