May 25, 2024, 11:38 PM IST

जहां माता सीता ने वनवास में जलाया था चूल्हा, वहीं से निकली है यह नदी

Smita Mugdha

वनवास के दौरान माता सीता ही प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण जी के लिए भोजन बनाया करती थीं. 

मान्यता है कि सीता जी, श्रीराम और लक्ष्मण तीनों झारखंड के लोहरदग्गा के  कुडू-सेन्हा प्रखंड के जंगलों में रुके थे. 

ऐसी मान्यता है कि यहां पर माता सीता और प्रभु श्रीराम के चरणों के भी निशान हैं जिसके दर्शन करने लोग पहुंचते हैं. 

स्थानीय लोगों की मान्यता है कि  भगवान के आशीर्वाद से दामोदर नदी की धारा निकली है और यहां एक प्राचीन शिवजी का मंदिर भी है.  

वनवास के दौरान माता सीता और राम बहुत सी जगहों पर रुके थे जहां आज भी हर साल हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं.

चूल्हापानी गांव में जंगलों के बीच पाकर पेड़ की जड़ से निकली दामोदर नद की पतली सी धारा निकली थी.

आगे जाकर यही धारा विशाल दामोदर नदी में बदलती है और इसे राम और सीता का आशीर्वाद माना जाता है.

बहुत से स्थानीय लोग आज भी इस नदी से अपनी मन्नत कहते हैं और उन्हें विश्वास है कि वह पूरी होती है.