Jun 20, 2024, 07:22 AM IST
त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने राक्षसों का वध करने के लिए जन्म लिया था.
भगवान राम ने अपने वनवास के समय कई सारे राक्षसों का वध किया. इन्हीं में से एक महाबली और शक्तिशाली राक्षस रावण था.
भगवान श्रीराम ने रावण वध जरूर किया था, लेकिन उसकी मौत भगवान श्रीराम के नहीं बल्कि उन्हीं के वंशज के श्राप से हुई थी.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण विश्वविजय के लिए निकला तो उसका राजा अनरण्य से भयंकर युद्ध हुआ.
मरने से पहले राजा अनरण्य ने रावण को श्राप दिया कि तेरी मौत मेरे ही वंश के राजकुमार द्वारा की जाएगी.