Mar 1, 2024, 02:02 PM IST

श्रीराम के राजतिलक से पहले कोप भवन में क्यों चली गई थीं कैकयी?

Nitin Sharma

त्रेतायुग में भगवान श्रीराम को जहां एक तरफ राजा बनाने की तैयारी चल रही थी. उसके दूसरे ही क्षण उन्हें 14 साल का वनवास दे दिया गया. 

इसकी सबसे बड़ी वजह कैकयी थी. उन्होंने अपनी दासी मंथरा के बहकावे में आकर राजा दशरथ से भरत को राजा और राम को वनवास भेजने का वरदान मांग लिया. यह बात सभी लोग जानते हैं.

लेकिन कैकयी ने वरदान राजा दशरथ से किस जगह मांगा. यह शायद ही ज्यादातर लोग जानते होंगे.

रामायण के अनुसार, जैसे ही कैकयी को पता चला कि श्री राम का राजतिलक हो रहा है. वह कोब भवन में चली गई. 

राजा दशरथ को पता चला कि कैकयी कोप भवन में चली गई हैं तो वह हैरान रह गये. राजा ने मंथरा से कहा कि कैकयी को बुलाकर लाये. इस पर मंथरा ने कहा कैकयी ने आपको बुलाया है.

रानियां अपना गुस्सा, नाराजगी या क्रोधित होने पर कोप भवन में चली जाती थी. ऐसी स्थिति में कैकयी थी. इसलिए वह काले कपड़े पहनकर कोप भवन में पहुंच गई. 

कैकयी के कोप भवन में होने का पता लगते ही राजा दशरथ भी वहां पहुंच गये. राजा दशरथ ने उनसे नाराजगी का कारण पूछा और महल में आने का आदेश दिया.  

इससे पहले की राजा दशरथ कुछ कह पाते, कैकयी ने राजा को उनके द्वारा दिये दो वरदान याद दिलाये. उसने कहा कि वह वरदान मांगना चाहती है.

कोप भवन में ही कैकयी ने अपने बेटे भरत के लिए राजतिलक और श्री राम के लिए 14 साल का वनवास मांग लिया. यह सुनते ही राजा दशरथ गिर गये. 

 Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)