Mar 22, 2024, 09:17 AM IST

जानें त्रेतायुग में कैसे और कब हुई थी भगवान श्रीराम की मृत्यु

Nitin Sharma

त्रेतायुग में जन्में भगवान श्रीराम की कथा लगभग ज्यादातर लोग जानते हैं. 

रामायण में श्रीराम के जन्म से लेकर वनवास और रावण से युद्ध को बहुत ही विस्तार से बताया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्रीराम की मृत्यु कैसे हुई थी.

भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम ने त्रेतायुग में राजा दशरथ के घर में जन्म लिया और इस युग के खत्म होने के साथ उनकी मृत्यु भी हुई, लेकिन ज्यादातर लोग भगवान श्रीराम की मृत्यु के विषय में नहीं जानते हैं. 

पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब सीता माता दोनों बच्चे लव और कुश को प्रभु श्रीराम को सौंपकर धरती में समा गई थी. इससे प्रभु श्रीराम दुखी हो गए थे.

प्रभु श्री राम ने यमराज से सहमति लेकर सरयू नदी में जल समाधि ले ली थी. हालांकि एक अन्य कथा में दूसरा वर्णन मिलता है.

इसमें बताया गया है कि श्री राम ने त्रेतायुग में 1000 साल त​क धरती पर शासन किया. इसके बाद श्रीराम ने ऋषि का रूप धारण कर यमराज की सहमति से शरीर को त्याग दिया.

भगवान श्रीराम ने विष्णु जी अवतार ले लिया और मानव शरीर को त्यागकर बैकुंठ को चले गये. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)