Mar 9, 2024, 05:41 PM IST
इसी के बाद रावण ने माता सीता का अपहरण किया और लंका ले गया.
युद्ध के बाद भगवान राम ने रावण को मार दिया था. इसके बाद श्री राम अयोध्या वापस लौटे और कुछ समय बाद माता सीता का त्याग कर दिया.
शूर्पणखा को जब पता चला कि माता सीता अयोध्या छोड़कर वन में रह रही है तो वह यहां पहुंची.
शूर्पणखा ने माता सीता से जंगल में मुलाकात की और उन्हें श्री राम के प्रति भड़काने का प्रयास किया.
शूर्पणखा ने सीता से कहा कि कभी राम ने उसका तिरस्कार किया था. आज सीता के साथ भी वही किया.
शूर्पणखा ने सीता से कहा कि दशरथ पुत्रों की वजह से उन्हें कष्ट झेलना पड़ रहा है.
लेकिन सीता माता विचलित होने की जगह उन्होंने शूर्पणखा से कहा कि यह सब बातें भूलकर आगे बढ़े.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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