Apr 3, 2024, 11:03 AM IST

रावण से नफरत करती थी शूर्पनखा, भाई की बर्बादी के लिए रचा था खेल

Smita Mugdha

रामायण की कथा में सब जानते हैं कि रावण ने शूर्पनखा का बदला लेने के लिए सीता का अपहरण किया था.

एक मान्यता यह भी है कि शूर्पनखा अपने भाई रावण से बहुत नफरत करती थी और उसकी बर्बादी देखना चाहती थी.

शूर्पणखा के पति का नाम विद्युतजिह्वा था और वो राजा कालकेय का सेनापति था  और एक युद्ध में रावण ने विद्युतजिह्वा को मार डाला था.

पति की मौत के बाद शूर्पनखा बहुत दुखी रहने लगी थी और वह अपने विधवा होने के लिए रावण को जिम्मेदार ठहराती थी. 

मान्यता है कि शूर्पनखा ने अपनी कुलदेवी की आराधना की और उन्होंने उसे रावण के विनाश का रास्ता बताया था. 

शूर्पनखा ने जान-बूझकर राम और लक्ष्मण को उकसाने का काम किया जिसके बाद लक्ष्मण ने उसके नाक कान काट लिए थे. 

अपने साथ हुई घटना को शूर्पनखा ने बढ़ा-चढ़ाकर बताया और रावण को सीता के हरण के लिए उकसाया था.

शूर्पनखा जानती थी कि प्रभु श्रीराम के साथ युद्ध हुआ, तो लंका और रावण का घमंड दोनों हमेशा के लिए नष्ट हो जाएंगे. 

अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए शूर्पनखा ने यह सारा प्रपंच रचा, ताकि भाई को किए की सजा दे सके.