Jul 28, 2024, 10:58 AM IST

किस बात पर छिड़ा था श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच युद्ध

Anamika Mishra

महाभारत काल में महर्षि गालव एक बार सूर्य को जल चढ़ा रहे थे तभी चित्रसेन ने आकाश से गुजरते हुए नीचे थूक दिया. 

उनका थूक सीधे महर्षि गालव के हाथों में जा गिरा, इस बात से महर्षि गालव बेहद क्रोधित हुए. 

इसके बाद महर्षि गालव श्री कृष्ण से मिले और बदला लेने की बात कहने लगे. ब्राह्मण का अपमान करने पर श्री कृष्ण ने चित्रसेन का वध करने की प्रतिज्ञा ली. 

इसी बात पर नारद मुनि श्री कृष्ण से मिल और चित्रसेन को सब सच बता दिया. चित्रसेन ने नारद मुनि से पूछा कि कैसे उनके प्राणों की रक्षा हो सकती है. 

इसके बाद नारद मुनि ने चित्रसेन को अर्जुन से मिलने को कहा. चित्रसेन ने अज्ञातवास के दौरान अर्जुन को नृत्य और संगीत की शिक्षा दी थी. 

चित्रसेन जानता था कि अर्जुन श्री कृष्ण का अनन्य भक्त और मित्र है नारद ने उन्हें अर्जुन की पत्नी सुभद्रा से मिलने को कहा. 

इसके बाद चित्रसेन यमुना के तट पर पहुंचा और सुभद्रा को बताया कि वह अर्जुन के गुरु हैं. सुभद्रा ने अर्जुन को उनके प्राणों की रक्षा करने को कहा. 

सुभद्रा ने बताया कि उसने चित्रसेन को वचन दिया था कि अर्जुन चित्रसेन की रक्षा करेंगे, लेकिन वह यह बात नहीं जानती थी कि श्री कृष्णा उनका वध करने वाले हैं. 

इसके बाद एक तरफ श्री कृष्णा और एक तरफ अर्जुन दोनों में भयानक युद्ध छिड़ गया. अंत में श्री कृष्ण ने सुदर्शन चक्र फेंका तो अर्जुन ने ब्रह्मास्त्र का संधान कर दिया.

इसके बाद ब्रह्मदेव युद्ध क्षेत्र में पहुंचे और अर्जुन और कृष्णा को समझाया. ब्रह्मदेव ने अर्जुन से ब्रह्मास्त्र वापस लेने को कहा. 

इसके बाद उस युद्ध से श्री कृष्णा पीछे हट गए और अपनी प्रतिज्ञा तोड़ अर्जुन को गले लगा लिया.