Feb 6, 2024, 12:30 AM IST

षटतिला एकादशी पर तिल के ये 6 टोटके, बना देंगे धनवान

Nitin Sharma

पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है.एकादशी पर पूजा अर्चना करने के साथ ही व्रत करने पर भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.

कुछ जगहों पर षटतिला एकादशी के तिल्दा या ​सत्तिला एकादशी भी कहा जाता है.

एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने मात्र से व्यक्ति के सभी पाप और कष्ट नष्ट हो जाते हैं. इस दिन ​काले तिल के ये टोटके करने से जीवन के सभी कष्ट खत्म हो जाएंगे. 

षटतिला एकादशी का व्रत 6 फरवरी को रखा जाएगा. इस दिन तिल का स्नान, दान करने का बड़ा महत्व है.  

षटतिला एकादशी पर तिल को पानी में डालकर स्नान करने से पितृदोष समेत दुखों से छुटकारा मिलता है. वहीं वैज्ञानिक रूप से देखें तो स्किन प्रॉब्लम खत्म हो जाती है.

षटतिला एकादशी पर तिल का उबटन लगाना भी शुभ माना जाता है. इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. इसके साथ ही आपकी स्किन को भी लाभ मिलता है. त्वचा चमकने लगती है.

षटतिला एकादशी पर जल में काले तिल मिलाकर पितरों को अर्पित करना चाहिए. इससे जीवन के सभी दोष खत्म होते हैं. 

पानी में तिल मिलाकर पीने से ज्ञान मिलता है. इसमें मौजूद विटामिन और प्रोटीन शरीर को चुस्त दुरुस्त करते हैं. जीवन में धन संबंधी समस्याएं खत्म हो जाती है.

षट​तिला एकादशी पर गुड़ में तिल मिलाकर खाने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. भाग्य जागृत होता है. जीवन में सुख और समृद्धि आती है. 

षटतिला एकादशी पर तिल का दान करना बेहद शुभ होता है. इससे पापों का नाश होता है. भगवान विष्णु की कृपा से जीवन से आर्थि​क तंगी चली जाती है.

षटतिला एकादशी को हवन जरूर करना चाहिए. इस दिन हवन में तिल को जरूर शामिल करना चाहिए. इससे वायु मंडल सुगंधित होने के साथ ही घर में सकारात्मकता का प्रवेश होता है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)