Dec 30, 2023, 09:00 AM IST

रावण को परास्त कर कहां गई वानर सेना, जानें क्यों नहीं लड़ा कोई दूसरा युद्ध

Nitin Sharma

भगवान श्री राम और रावण के बीच बड़ा युद्ध हुआ. इसका वर्णन आज तक किया जाता है. 

युद्ध में रावण के पास बलशालियों से भरी सेना थी तो वहीं श्री राम की सेना में वानर थे, जिन्होंने रावण की सेना को परास्त कर दिया.

श्रीराम ने रावण द्वारा सीता जी का हरण करने के बाद ही आनन फानन में अपनी सेना बनाई थी. इसके लिए उन्होंने सुग्रीव और बालि से मदद ली थी. 

सुग्रीव और बाली दोनों बेहद बलशाली योद्धा थे.इनकी सेना में वानर थे. बताया जाता है कि सुग्रीव ने ही श्रीराम की सेना का इंतजाम किया था.

जब श्रीराम की सेना युद्ध में रावण की सेना के समक्ष पहुंची तो उनका खूब मजाक बनाया गया, लेकिन इसी वानर सेना ने रावण की सेना के छुक्के छुड़ा दिये. लंका को तहसनहस कर विजय प्राप्त की. इस सेना को श्रीराम और लक्ष्मण ने दीक्षित किया था. 

इस युद्ध के बाद श्रीराम की वानर सेना कहां गई. यह सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है. पौराणिक कथाओं में इसका भी जवाब दिया गया है. 

बताया जाता है कि युद्ध के बाद जब लंका से सुग्रीव लौटे तो उन्हें भगवान श्रीराम ने किष्किन्धा का राजा बना दिया. इसके साथ ही बाली के पुत्र अंगद को युवराज चुना गया. 

वहीं श्रीराम के साथ मिलकर युद्ध में रावण की सेना को परास्त करने वाली वानर सेना सुग्रीव के साथ ही वर्षों तक रही.

बताया जाता है कि इस वानर सेना का इंतजाम अलग अलग वनराज्यों से किया गया था. युद्ध की समाप्ति के बाद यह वानर सेना फिर से अपने स्थान पर पहुंच गई और कभी कोई युद्ध नहीं किया.