भगवद गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं कि मानसिक शांति पाने के लिए व्यक्ति को ये 5 बातें गांठ बांध लेनी चाहिए.
मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति पाने के लिए हमें भगवद् गीता की कौन सी 5 शिक्षाओं को अपने जीवन में लागू करना चाहिए?
गीता के अनुसार व्यक्ति को किसी भी चीज़ से आसक्ति नहीं रखनी चाहिए. अत्यधिक इच्छा और जुनून मन में भ्रम और तनाव लाती है. इसका त्याग करें.
मनुष्य को कभी भी भाग्य के भरोसे नहीं बैठना चाहिए. क्योंकि केवल भाग्य पर निर्भर रहकर कोई भी कुछ हासिल नहीं कर सकता. इसलिए हमेशा अपने प्रयासों पर विश्वास रखना चाहिए
प्रत्येक कार्य बुद्धि और विवेक से करना चाहिए. ऐसा करने से न केवल आपको काम में सफलता मिलेगी, बल्कि आगे की सोचकर काम करने से आपको मानसिक शांति भी मिलेगी
व्यक्ति को हमेशा अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए. उसे किसी भी पुरस्कार की आशा किये बिना अपना कर्तव्य निभाना चाहिए. क्योंकि जब हम निस्वार्थ भाव से काम करते हैं और परिणाम की चिंता नहीं करते
श्रीमद्भगवद्गीता के 18वें अध्याय में स्वयं भगवान कृष्ण ने कहा है कि भगवान उनकी शरण में आने वाले लोगों के सभी भय, कष्ट और चिंताएं दूर कर देते हैं.
" इसलिए अनावश्यक चिंता करने के बजाय अपना बोझ ईश्वर पर डाल दें और आगे बढ़ें. वे हर चीज़ का ख्याल रखेंगे.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)