Mar 23, 2024, 09:44 AM IST

भूत-प्रेत भगाने के लिए इन 8 मंदिरों में जाते हैं लोग

Anamika Mishra

भारत के मंदिर अपने आध्यात्मिक महत्व, प्राचीन अनुष्ठानों और कभी-कभी असाधारण प्रथाओं के लिए भी जाने जाते हैं.

गुजरात में श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर है जहां भक्त भगवान हनुमान की पूजा करते हैं और बुरी आत्माओं से राहत मांगते हैं. ऐसा माना जाता है कि इसमें बुरी आत्माओं को भगाने की शक्ति होती है.

गणगापुर में स्थित दत्तात्रेय मंदिर में महामंगल आरती के समय भीड़ उमड़ती है. इस आरती में लोग चिल्लाते हैं और देवताओं का अपमान भी करते हैं. 

गुवाहाटी में नीलाचल पहाड़ी के ऊपर स्थित यह मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित है. यह पुजारियों द्वारा किए जाने वाले तांत्रिक अनुष्ठानों के लिए प्रसिद्ध है.

दौसा जिले में मेहंदीपुर बालाजी हनुमान मंदिर है. यह अपने भूत भगाने के अनुष्ठानों के लिए प्रसिद्ध है और माना जाता है कि यह बुरी आत्माओं और काले जादू को दूर भगाने के लिए एक शक्तिशाली जगह है.

बिहार के भभुआ जिले में स्थित, हरसू ब्रह्म मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. इस मंदिर में शैतानी ताकतों से पीड़ित और बुरी आत्माओं से छुटकारा पाने के इच्छुक लोग आते हैं.

हरिद्वार में चंडी देवी मंदिर भूत भगाने की प्रथाओं के लिए भी जाना जाता है.इस  मंदिर में लोगों के अंदर से दुष्ट आत्माओं को दूर करने के लिए अनुष्ठान कराए जाते हैं.

चैनपुर में संत साबिर शाह दरगाह है जहां लोग भूत-प्रेत के चंगुल से छुटकारा पाने के लिए आते हैं.

कांगड़ा जिले में स्थित ज्वाला जी मंदिर देवी ज्वालामुखी को समर्पित है. मान्यता है कि माता शाश्वत ज्वालाओं के रूप में प्रकट होती हैं. ये लपटें चट्टान में प्राकृतिक गैस के छेदों से निकलती हैं और पवित्र मानी जाती हैं.

यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यतों पर आधारित है. इसका उद्देश्य अंधविश्वास बढ़ाना  नहीं है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टी नहीं करता है.