Mar 10, 2024, 10:07 PM IST

द्रौपदी द्वारा दिया गया श्राप आज भी भोग रहे कुत्ते 

Kavita Mishra

महाभारत काल में हुई ऐसी कई घटनाएं हैं, जिसका असर आज भी धरती देखने को मिल रहा है. महाभारत काल में द्रौपदी द्वारा दिए गए एक श्राप को आज तक कुत्ते भोग रहे हैं. 

द्रौपदी ने जब पांडवों से शादी की थी, तब उन लोगों के सामने एक शर्त रखी थी. उन्होंने कहा था कि एक समय में मात्र एक शख्स उनके कमरे में प्रवेश कर सकता है.

द्रौपदी ने शर्त में ये कहा कि पांचों पांडवों में से जो भी शख्स उनके कमरे में प्रवेश करेगा वो अपनी चप्पल को प्रवेश द्वार के बाहर खोल देगा.

एक बार जब युधिष्ठिर द्रौपदी से मिलने उनके कक्ष पहुंचे तब अर्जुन ने भी उसी समय द्रौपदी के कक्ष में प्रवेश कर लिया. 

अर्जुन ने जब देखा कि द्रौपदी के साथ युधिष्ठिर कमरे में मौजूद हैं तो वह बहुत लज्जित हुए और दोनों से क्षमा मांगने लगे.

द्रौपदी और युधिष्ठिर भी बहुत लज्जित महसूस करने लगे. अर्जुन जल्दी में कमरे से बाहर चले आए, उनके पीछे-पीछे द्रौपदी एवं युधिष्ठिर भी आए.

द्रौपदी ने अर्जुन से सवाल में पूछा कि क्या आपको युधिष्ठिर की चप्पल प्रवेश द्वार पर नहीं दिखी. अर्जुन ने कहा कि नहीं, बाहर जाकर युधिष्ठिर ने देखा सही में उनकी चप्पल बाहर नहीं थी.

जब चप्पल को ढूंढा गया तो पता चला कि एक कुत्ता उससे खेल रहा है. यह देख द्रौपदी ने कुत्तों को श्राप दे दिया कि जैसे उन्हें लज्जित होना पड़े वैसे ही कुत्तों को भी कलयुग में दुत्कारा जाएगा.

द्रौपदी को इस घटना के दौरान गुस्सा आया और उन्होंने गुस्से में कुत्तों की प्रजाति को श्राप दे दिया. उन्होंने कहा कि तुम्हारी पूरी नस्ल खुले में संभोग करेगी.