Apr 13, 2025, 02:21 PM IST

स्त्रियों को कब नहाना चाहिए, जिससे घर में बढ़े बरकत

Meena Prajapati

हिंदू शास्त्रों में स्त्री हो या पुरुष सभी के लिए स्नान करने के नियम बताए गए हैं. 

हर दिन नहाने से केवल ही सेहत ठीक नहीं रहती बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है. 

जब व्यक्ति का शरीर और मन दोनों स्वस्थ होंगे तो जाहिर सी बात है बरकत को आने से कौन रोक सकता है. 

हिंदू धर्मग्रंथों में चार तरह के स्नान बताए गए हैं.

इस स्नान को सुबह 4 से 5 के बीच किया जाता है. इस स्नान को सर्वोत्तम स्नान माना जाता है. इस स्नान को करने से घर में सुख-शांति, समृद्धि आती है.

मुनि स्नान  

इस स्नान को सुबह 5 से 6 के बीच किया जाता है. इससे भी उत्तम स्नान माना गया है. इस स्नान से यश, कीर्ति, धन-वैभव प्राप्त होता है. 

देव स्नान

इस स्नान को सुबह 6 से 8 के बीच किया जाता है. इस स्नान को करने से काम में सफलता से लेकर परिवार में एकता बढ़ती है. 

मानव स्नान

सुबह 8 बजे के बाद किए गए स्नान को राक्षसी स्नान कहा जाता है. यह स्नान धर्म में निषेध है. इस समय नहाने से गरीबी, घर में क्लेश बढ़ता है. 

राक्षसी स्नान

Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.