Oct 12, 2024, 01:33 AM IST

मरकर भी जिंदा है रावण, आज भी यहां रखा है शव

Kuldeep Panwar

भगवान राम के हाथों रावण के वध से सत्य की असत्य पर जीत का जश्न मनाया जाता है. दशहरे पर इस खुशी में हर साल रावण दहन होता है.

क्या आप जानते हैं कि भगवान राम के हाथों वध होने के बाद रावण के शव का क्या हुआ था? रावण का अंतिम संस्कार नहीं किया गया था.

श्रीलंका में वो स्थान चिह्नित किया जा चुका है, जहां करीब 7,000 साल बाद भी लंकापति दशानन रावण का शव सुरक्षित संरक्षित रखा हुआ है.

श्रीलंका के रिसर्चर्स ने रावण के शव से जुड़ी इस खोज के लिए 50 स्थान चिह्नित किए हैं, जो रामायण से जुड़े स्थलों की रिसर्च में मिले हैं.

श्रीलंका के इंटरनेशनल रामायण रिसर्च सेंटर से जुड़े रिसर्चर्स ने रैगला के घने जंगलों की गुफा में रावण का शव होने की संभावना जताई है.

भयानक जीव-जंतुओं वाले जंगल में यह गुफा करीब 8 हजार फुट ऊंचे पहाड़ पर बनी हुई है, जहां किसी इंसान की आवाजाही नहीं होती है.

रिसर्चर्स का दावा है कि इस गुफा में 18 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा एक ताबूत है, जिसमें रावण के शव को नागलोक वालों ने सुरक्षित रखा है.

रावण के शव पर ऐसे लेप हैं कि वह करीब 7,000 साल बाद भी सुरक्षित है. यह काम उसके दोबारा जिंदा होने की उम्मीद में किया गया था.

रावण के शव के साथ वहां बेशकीमती खजाना भी रखा गया है, जिसकी रक्षा भयानक मायावी जीव-जंतु और नागलोक के नाग खुद करते हैं.

पौरोणिक मान्यता है कि भगवान राम ने रावण के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उनके भाई विभीषण को दी थी, जो ऐसा करना भूल गए थे.

रावण का शव युद्धभूमि में ही रह गया था, जिसे नागकुलवासी ले गए थे, जो रावण के पिता ऋषि विश्रवा के कारण उसके साथ जुड़े हुए थे.

मान्यता है कि नागकुल वासियों ने ही रावण के दोबारा जिंदा होने की उम्मीद में उसके शरीर को सुरक्षित रखने वाले लेप से संरक्षित किया है.

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