Aug 15, 2024, 09:21 PM IST
माता सीता के अपहरण के कारण ही प्रभु श्रीराम के हाथों रावण की मृत्यु हुई थी.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रभु श्रीराम ने किस अस्त्र से रावण का वध किया था. अगर नहीं, तो आइए जानते हैं
दरअसल, युद्ध में रावण को मारना मुश्किल हो रहा था, उसके ऊपर किसी भी अस्त्र का असर नहीं हो रहा था.
ऐसे में तब विभिषण ने राम के कान में बताया कि रावण को केवल एक खास अस्त्र से मारा जा सकता है जो उसकी पत्नी मंदोदरी के कक्ष में छिपाया गया है.
रावण को यह अस्त्र ब्रह्मा जी ने दिया था. हनुमान जी ने तुंरत वृद्ध ब्राह्मण का वेश धारण कर लिया और महारानी मंदोदरी के पास पहुंच गए.
मंदोदरी ब्राह्मण देख खुश हो गई और उसका आदर-सत्कार करने लगी.
हनुमान जी ने मंदोदरी से कहा कि विभीषण ने राम को आपके कक्ष में रखे उस दिव्यास्त्र के बारे में बता दिया है जिससे रावण की मृत्यु होगी.
हनुमान जी ने आगे कहा कि माते आपको उस अस्त्र को कहीं छिपा देना चाहिए.
मंदोदरी हनुमान जी की ये बात सुनकर घबरा गई और वह तुरंत उस जगह पर गई जहां पर उसने अस्त्र छिपाकर रखा था.
फिर हनुमान जी अपने असली रूप में आए और मंदोदरी से उस दिव्यास्त्र को छीनकर वहां से चले गए.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है