Sep 8, 2024, 11:21 AM IST
भीष्म पितामह को इच्छा मृत्यु का वरदान किसने दिया था?
Ritu Singh
जब गंगा ने राजा शांतनु को छोड़ दिया तो राजा शांतनु बहुत दुखी हुए. इस दुख से निकलने के लिए वह जंगल जाया करते थे.
एक दिन शांतनु जंगल में घूमने गए थे तो वहां उन्हें सत्यवती दिखाई दी. सालों बाद फिर से राजा शांतनु का दिल किसी पर आ गया था.
राजा शांतनु सत्यवती से विवाह करना चाहते थे लेकिन सत्यवती के पिता ने राजा के बारे में जानकर शर्त रखी कि...
यदि उनके पहले पुत्र देवव्रत ने कभी विवाह नहीं किया तो सत्यवती शांतनु से विवाह करेंगी.
राजा शांतनु ने इसके लिए मना कर दिया लेकिन जब बात देवव्रत यानी भीष्म तक पहुंची तो ...
उन्होंने सत्यवती से विवाह न करने का वचन दिया और भीष्म ने प्रतिज्ञा कर ली. इस भीषण प्रतिज्ञा के कारण उन्हें भीष्म कहा जाता था.
इसके बाद शांतनु और सत्यवती का विवाह हो गया. भीष्म का अपने प्रति प्रेम देखकर शांतनु बहुत प्रसन्न हुए .
और उन्होंने भीष्म को उनकी मृत्यु का एकाधिकार दे दिया और कहा कि जब तक तुम नहीं चाहोगे तुम्हारी मौत नहीं होगी.
पिता का ये वरदान पा कर ही 58 दिन तक भीष्म मृत्यु शैय्या पर रहे थे.
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