भगवान श्री कृष्ण को हिंदू धर्म में विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है.
महाभारत युद्ध के 36 वर्ष बाद, वह एक पेड़ के नीचे योग निद्रा में थे, तभी जरा नामक एक शिकारी ने उन्हें हिरण समझकर उनके पैर में तीर मार दिया, जो उनके पैर में लगा और उनकी मृत्यु हो गई.
ऐसे में सवाल उठता है कि उनकी मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार किसने किया था?
कई धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का अंतिम संस्कार उनके प्रिय शिष्य अर्जुन ने किया था.
माना जाता है कि अर्जुन ने भगवान कृष्ण और बलराम दोनों के पार्थिव शरीर का दाह संस्कार विधिपूर्वक संपन्न किया था
ऐसा माना जाता है कि जब कृष्ण के शरीर में आग लगाई गई तो उनका पूरा शरीर राख हो गया, लेकिन उनका हृदय जलता रहा. अर्जुन ने उनकी हड्डियों के साथ उनके हृदय को भी जल में विसर्जित कर दिया था.
यह भी कहा जाता है कि श्री कृष्ण का पूरा शरीर जलकर राख हो गया था, लेकिन उनका दिल आज भी भगवान जगन्नाथ की मूर्ति में धड़कता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.