Jan 10, 2024, 02:27 PM IST

देवी सीता किसकी बेटी थीं? किसने खेतों में फेंका था

Ritu Singh

देवी सीता राजा जनक को खेतों में मिली थीं और तब जनक जी ने उन्हें अपनी बेटी बनाया था लेकिन देवी सीता के असली माता या पिता कौन थे.

किसने देवी सीता को खेतों में फेंक दिया था. इसका जवाब अद्भुत रामायण के एक किस्से से मिलता है.

देवी सीता के जन्म की कथा कुछ इस प्रकार है. अद्भुत रामायण में उल्लेख है कि गृत्स्मद नामक ब्राह्मण लक्ष्मी को पुत्री रूप में पाने की कामना से प्रतिदिन एक कलश में कुश के अग्र भाग से मंत्रोच्चारण के साथ दूध की बूंदें डालते थे.

एक दिन जब ब्राह्मण कहीं बाहर गए थे तब रावण उनकी कुटिया में आया और यहां मौजूद ऋषियों को मारकर उनका रक्त कलश में भर लिया. यह कलश लाकर रावण ने मंदोदरी को सौंप दिया.

रावण ने कहा कि यह तेज विष है, इसे छुपाकर रख दो. मंदोदरी रावण की उपेक्षा से दुःखी थी. एक दिन जब रावण बाहर गया था तब मौका देखकर मंदोदरी ने कलश में रखा रक्त पी लिया. इसके पीने से मंदोदरी गर्भवती हो गई.

लोक-लाज के डर से मंदोदरी अपनी पुत्री को कलश में रखकर उस स्थान पर छुपा आईं, जहां से राजा जनक ने देवी को पाया था.

इस लिहाज से देवी सीता की मां मंदोदरी और अप्रत्यक्ष रूप से रावण ही उनका पिता था.

अद्भुत रामायण में उल्लेख है कि 'रावण कहता है कि जब में भूलवश अपनी पुत्री से प्रणय की इच्छा करूं, तब वही मेरी मृत्यु का कारण बने.