Mar 31, 2024, 07:09 AM IST

भगवान को भोग लगाते समय क्यों और कितनी बार बजानी चाहिए घंटी

Nitin Sharma

हिंदू धर्म में घर में मौजूद मंदिर में भगवान की मूर्ति के साथ गरुड़ घंटी जरूर होती है. 

भगवान को सुबह जगाने से लेकर आरती और भोग लगाने तक घंटी जरूर बजाई जाती है. 

ज्यादातर लोग घर में लड्डू गोपाल के साथ सभी भगवान को भोग लगाने के साथ ही घंटी बजाते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता की भोग लगाते समय घंटी क्यों बजाई जाती है और यह कितनी बार बजानी चाहिए.

अगर आप भी भोग लगाते समय घंटी बजाने के महत्व और कितनी बार बजानी चाहिए. इसका जवाब नहीं जानते हैं तो आइए जानते हैं.

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, वायु तत्व जागृत करने के लिए मंदिर में लगा घंटा या घर में भगवान के सामने रखी घंटी को बजाया जाता है.

इससे सकारात्मकता आने के साथ ही घंटी की गूंज से ही नकारात्मकता के साथ ही संकट और समस्याएं टल जाती हैं. 

वायु के पांच मुख्य तत्व होते हैं. इनमें वायु, उड़ान वायु, समान वायु, अपान वायु और प्राण वायु आदि शामिल हैं.

यही वजह है कि भगवान को भोग लगाते समय इन पांचों वायु तत्वों को स्मरण कर जागृत करने के लिए पांच बार घंटी बजाई जाती है. 

भगवान को ​मिठाई से लेकर फलों का भोग पान के पत्तों पर रखकर लगाना चाहिए. यह भगवान को अति प्रिय है. इसकी वजह पान की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान अमृत की बूंद से होना है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.