Dec 2, 2023, 01:21 PM IST

कैसे पैदा हुए थे कर्ण, कुंती ने क्यों नदी में बहाया

DNA WEB DESK

कुंती ने कर्ण को पैदा होते ही गंगा नदी में फेंक दिया था.

कुंती राजा सूरशेन की पुत्री थीं.

कर्ण के जन्म के समय वह अविवाहित थीं.

कुंती को ऋषि दुर्वासा ने वरदान दिया था कि वे जिसे देवता का आह्वान करेंगी, वह उनके सामने प्रकट हो जाएगा.

कुंती ने इस वरदान की परीक्षा लेनी चाही और सूर्य देव को ही बुला लिया. उन्होंने प्रणाम किया और कहा कि आप लौट जाइए.

सूर्य ने कहा कि मैं बिना कुछ दिए नहीं जाऊंगा. 

उन्होंने कुंती को स्पर्श किया और कहा कि तुम्हें तेजस्वी पुत्र होगा. वह जन्म के समय से ही दिव्‍य कवच-कुण्डल धारण किए हुए होगा. वह अजेय होगा.

कुंती गर्भवती हुईं और एक पुत्र को जन्म दिया. यही पुत्र कर्ण कहलाया.

कुंती कुंवारी थी इसलिए उन्होंने लोक-लाज के भय से अपनी संतान को एक बक्से में रखकर गंगा में प्रवाहित कर दिया.